CIBIL Score: एक छोटी सी गलती की वजह से बेकार हो जाता है, क्रेडिट स्कोर व लोन लेने से पहले जान ले ये बाते
CIBIL Score:- आज के समय लोन लेने के लिए अच्छा क्रेडिट स्कोर होना जरुरी होता है। इसका लाभ ये है कि जरुरत के समय आपको जल्द से कम ब्याज पर लोन मिल जाता है।लोग अपना क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने की वजह से क्रेडिट कार्ड से EMI पर चीजों को खरीदते हैं। लेकिन काफी बार ये देखा गया है कि समय पर EMI का भुगतान न करने के बाद उनका क्रेडिट स्कोर बढ़ने की जगह पर कम हो जाता है। चलिए इसके पीछे की वजह जानते हैं।
जब भी कोई शख्स क्रेडिट कार्ड से EMI पर कोई चीज खरीदता है तो उसके क्रेडिट यूटिलाइजेशन में इजाफा होता है। लेकिन क्रेडिट स्कोर में कमी भी होती है। उदाहरण के तौर पर समझें,यदि आप 50,000 रुपये की limit वाले क्रेडिट कार्ड पर 40 हजार रुपये का कोई सामान खरीदा और उसकी EMI 5 हजार रुपये की है। इस स्थिति में क्रेडिट यूटिलाइजेशन उस प्रोडक्ट की कीमत के बराबर 40 हजार रुपये यानि कि 80 फीसदी माना जाएगा।
EMI के चुकाने के साथ में ये कम होता जाएगा। ऐसे में हमेशा EMI कराते समय क्रेडिट यूटिलाइजेशन का ध्यान रखना होगा। कितनी होनी चाहिए क्रेडिट लिमिटक्रेडिट स्कोर को सही रखने के लिए खासतौर पर क्रेडिट स्कोर 30 फीसदी के नीचे रखना ही सही माना जाता है। यदि अपना क्रेडिट स्कोर तेजी से बढ़ना चाहते हैं तो क्रेडिट लिमिट को 10 से 20 फीसदी के बीच में ही रखें। कितना सही माना जाता है।
क्रेडिट स्कोर सही क्रेडिट स्कोर की बात करें तो 750- 799 के क्रेडिट score को काफ़ी बेहतर माना जाता है। वहीं 700-749 के बीच में क्रेडिट स्कोर को बेहतर माना जाता है। और 650 से 699 के बीच में ठीक-ठाक माना जाता है। इसके अलावा 650 से नीचे के क्रेडिट स्कोर को खराब कैटेगरी में रखा गया है।